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Sep 19, 2013
Sep 18, 2013
"नारी"
तेरा सुर,
हर शब्द में
तेरा अर्थ,
हर झंकार में
तेरी सीरत,
हर मूरत में
तेरी सूरत .
हर अग्नि में
तेरा सूरज,
हर सागर में
तेरा शोर,
हर दरख़्त में
तेरा बसेरा,
हर बादल में
तेरी बरखा .
हर पन्ने में
तेरी खुशबू,
हर लेखनी में
तेरा भाव,
हर मंजिल में
तेरी जुस्तजूं,
हर प्रार्थना में
तेरी भक्ति.
हर स्पर्श में
तेरा प्रेम,
हर स्पंदन में
तेरा एहसास,
हर धड़कन में
तेरा नाम,
हर जन्म में
तेरा साथ.
विश्व हिंदी संस्थान की मासिक ऑनलाइन पत्रिका - प्रयास ने जुलाई २०१३ में नार्थ अमेरिका में निवास कर रहे हिंदी कवियों की रचनायें प्रकाशित की. मेरी यह कविता उसी अंक में शामिल हुई.