आओ लिखे हम-तुम 
कुछ नयी बातें 
आओ रचें हम-तुम 
कुछ नयी यादें। 
बीते सालों पर आओ करे पर्दा 
देखे सूरज जो उग रहा 
गुनगुनी धूप में आओ बैठे हम-तुम 
देखे ख्वाब एक नया सा। 
जो बीत गए है लम्हें 
फिसल गए जो हाथों से पलछिन
आओ भूल चले उन्हें हम-तुम 
बनाये लक्ष्य एक नया सा।  
जीवन चलते समय-सा
कुछ समेटता-सा कुछ पीछे छूटता-सा 
आओ छोड़ चले वो बातें 
बनाये जीवन एक नया सा। 
बहुत हुआ मेरा-तेरा 
जीवन में करे कुछ नेक सा 
आओ कर्मभूमि-से इस जग में 
बनाये मोक्ष कुछ नया सा 
एक नयी उमंग, नए हौसले सा। 
Wishing one and all a very happy and blessed New Year!

 
