एक ख्वाब देखा है तुम्हारे लिए
बड़ा नहीं लेकिन महत्वपूर्ण है।
भरा है यह सपना आँखों में -
निश्चलता हो तुम्हारी आँखों में,
सरलता हो तुम्हारे हृदय में,
सादगी हो तुम्हरी सोच में।
जरूरी नहीं सागर की तरह वेग हो
मगर हो उसकी गहराई,
जरूरी नहीं हो तुम में संगीत का शोर
मगर हो उसका मंत्रमुग्ध कर देने वाला सुर,
जरूरी नहीं आज का बिंदासपन हो तुम में
मगर जरूर हो आज का विश्वास, आज का हौसला।
बाहरी चमक दमक से परे,
मन की चांदनी से सजा
हो तुम्हारा जीवन.
व्यक्तित्व में हो तुम्हारे बहुत सादगी
और मन में हो तुम्हारे, बहुत आदर।
बहुत आगे जाओ,पढ़ो लिखो
कलाकार बनो
और लिखो अपने जीवन का गान स्वयं।
Lots of love, mamma.
(अपनी प्यारी बिटिया के लिए लिखी एक कविता, मन के ख़्वाबों से सराबोर)
Image: From the personal file.