Feb 1, 2012

तुम्हारी कमी...



आज यूँ ही एक ख्याल
गुजरा मेरे रास्ते से,
शायद क्यूंकि
तुम मेरे साथ नहीं आज!

ख्याल ने झाँका मेरे अंतर्मन में
पढ़ा मेरी बेचैनी को
और सोचा
क्या यह मुमकिन है
कि छूकर किसी याद को
ऐसा लगे कि जैसे मैंने छुआ हो तुम्हें ?

जब तुम्हारी कमी खलने लगती है
दुनिया अजीब सी लगती है मुझे
शायद क्यूंकि हर शख्स में तुम ही नजर आते हो
हर आवाज में तुम्हारी ही खनक होती है
और हर धड़कन में तुम्हारे नाम की ही दुआ !

क्या छूकर किसी किताब
या पन्ने को, 
या तुम्हारे छोड़े गए ग्लास को
या फिर तुम्हारी किसी तस्वीर को
क्या कम लगेगी मुझे तुम्हारी कमी,
क्या लगेगा जैसे मैंने छुआ हो तुम्हे
और तुमने भी बालों में मेरे उंगलिया फिराई हो जैसे?

नादान ख्याल है
मगर सच में सोचती हूँ ऐसा
काश किसी याद को सिरहाने रख कर सो जाऊं 
और पा जाऊं तुम्हे तब 
जब तुम्हारी कमी पूरी दुनिया
की लम्बाई, चौडाई, गहराई
से भी ज्यादा लगने लगे मुझे !

क्या यह मुमकिन है ?

21 comments:

  1. गंभीर बातो को शब्दों में ढाल दिया है आपने
    आपकी रचना कुछ सोचने पर मजबूर कर देती है। उमदा प्रस्तुति। बधाई।

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  2. बहुत ही खूबसूरत ख्यालों का संयोजन...

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  3. .... too good...as usual very moving.... very beautiful....

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    1. Sush....kya kahu! :-)
      Thanks for all your appreciation.

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    2. read it again.... and felt a moving pain again... you have god's gift....

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  4. khoobsurat ........sunder abhivyakti hai pyar ki ........
    dastan suna rahi hai intjar ki ..................thumhari kami .:):)


    thumhari kami bhi saifali ...:) love u dear .

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  5. यादें ...कभी भी किसी की कमी पूरी नहीं कर सकती.अक्सर ...तो यह होता है कि साथ गुज़रे हसीं पल भी जब याद आते हैं तो दुःख ही देते हैं.पर,शेफाली इतना ज़रूर कहूँगी कि जब पता हो कि किसी का साथ छूटने वाला है तो हम यही चाहते हैं कि उसके साथ को ..हर एक एहसास को समेट लें.आगे चल कर भले ही यादें और कुछ दे पाए या ना दे पाएं पर उसके करीब होने का एक एहसास ज़रूर देती हैं .
    शेफाली....पता नहीं तुम्हें कितना समझा पायी हूँ...
    हाँ...अगली बार से केवल निधि कहना ...चलेगा.

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  6. ख्याल ने झाँका मेरे अंतर्मन में
    पढ़ा मेरी बेचैनी को
    और सोचा
    क्या यह मुमकिन है
    कि छूकर किसी याद को
    ऐसा लगे कि जैसे मैंने छुआ हो तुम्हें ?

    वाह बेहद खूबसूरत एहसास ......जब मन किसी को शिद्दत से याद करता हैं तो ऐसा ही होता हैं .....

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  7. oh...i wish i could hear u recite this...with all it's overflowing emotions.
    Will it displease u if i tell u that this beautiful poetry of urs reminded me of something very similar...tere utare huye din tange hain lawn mein ab tak.(Gulzar)
    Want to hear it...http://youtu.be/6_gdwDW-5TM
    i have known this intensity of missing someone when nothing in the world gives solace and all that the heart craves is to be with that one and only one...but of course i couldn't compose something so sincere...all i did was slept with his shirt and smelled him around me and cried myself to sleep.

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  8. बहुत सुन्दर सृजन , सुन्दर भावाभिव्यक्ति .

    मैं आपके ब्लॉग को फालो कर चुका हूँ, अपेक्षा करता हूँ कि आप मेरे ब्लॉग"MERI KAVITAYEN" पर पधारकर मुझे भी अपना स्नेह प्रदान करेंगे .

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  9. नादान ख्याल है
    मगर सच में सोचती हूँ ऐसा
    काश किसी याद को सिरहाने रख कर सो जाऊं
    और पा जाऊं तुम्हे तब
    जब तुम्हारी कमी पूरी दुनिया
    की लम्बाई, चौडाई, गहराई
    से भी ज्यादा लगने लगे मुझे !

    क्या यह मुमकिन है ?


    नामुमकिन तो कुछ भी नहीं.

    बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति है आपकी.
    पढकर मन मग्न हो गया है.
    सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.

    मेरे ब्लॉग पर आईएगा,शैफाली जी.

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  10. नादान ख्याल है
    मगर सच में सोचती हूँ ऐसा
    काश किसी याद को सिरहाने रख कर सो जाऊं
    और पा जाऊं तुम्हे तब
    जब तुम्हारी कमी पूरी दुनिया
    की लम्बाई, चौडाई, गहराई
    से भी ज्यादा लगने लगे मुझे !

    bahut bahut khoobsurat nazm hai shaifali..antarman ko chu gai...aisa laga jaise koi film chal rahi hai..

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  11. aur haan..utni hi marmsparshi tasveer lagaai hai aapne..

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  12. wow ... really moving and touching :)

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  13. मीठी यादें हमेशा ज़िंदा रहती हैं काश पुराने लम्हे भी जी उठते दोबारा ! बहुत सुंदर रचना ।

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  14. जब तुम्हारी कमी खलने लगती है
    दुनिया अजीब सी लगती है मुझे

    मोहब्बत मैं अक्सर ऐसा ही होता है ...! बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ...!

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  15. बहुत सुन्दर लगी ॥ आपकी कविता सादर
    मेरे भी ब्लॉग पर आये
    तुम्हारी कमी ... ॥ सुन्दर पोस्ट

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  16. बहुत सुन्दर..अच्छी प्रस्तुति !

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  17. dil ko chho gyi maine ise apne facebook status par apke nam aur blog adress ke sath dala hai . aabhar

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